1. बहुपरत सड़क नेटवर्क
नया रायपुर में लगभग 100 किलोमीटर की चार और छह लेन की सड़कें पहले ही बनाई जा चुकी हैं, जबकि 61 किलोमीटर की सड़कें निर्माणाधीन हैं। इन सड़कों में 20 मीटर चौड़े मेडियन की योजना है, जिससे भविष्य में विस्तार की संभावना बनी रहती है। सड़कें एलईडी स्ट्रीट लाइटिंग, अंडरग्राउंड केबल नेटवर्क और स्मार्ट स्ट्रीट लाइट मैनेजमेंट सिस्टम से सुसज्जित हैं।
2. एक्सप्रेसवे और कनेक्टिविटी
- रायपुर–नया रायपुर एक्सप्रेसवे (अटल पथ): यह 12.7 किमी लंबा, छह लेन वाला एक्सेस-कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे है, जो रायपुर को नया रायपुर से जोड़ता है। यह जीई रोड (NH-53) पर ट्रैफिक को कम करने और रायपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन से धमतरी रोड तक तेजी से पहुँच प्रदान करने के लिए बनाया गया है।
- दुर्ग–रायपुर–आरंग एक्सप्रेसवे: यह 92 किमी लंबा, छह लेन वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है, जो दुर्ग, रायपुर और नया रायपुर को जोड़ता है। यह भारतमाला परियोजना का हिस्सा है और इसके मार्च 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।
3. सार्वजनिक परिवहन और गैर-मोटर चालित परिवहन (NMT)
नया रायपुर में ‘तत्पर’ नामक बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (BRTS) संचालित होता है, जो रायपुर और नया रायपुर के बीच 40 किमी की दूरी को कवर करता है। इसमें 9 स्टेशन हैं और यह 30 डीजल बसों द्वारा संचालित होता है। Wikipedia
इसके अलावा, शहर में 55 किमी की साइकिल ट्रैक और पैदल पथ बनाए गए हैं, जिससे यह गैर-मोटर चालित परिवहन के लिए अनुकूल बनता है। सभी सड़कें साइकिल चालकों और पैदल यात्रियों के लिए अलग लेन प्रदान करती हैं, और चौराहों पर NMT उपयोगकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाती है।
4. ट्रांजिट हब और मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी
नया रायपुर के उत्तरी छोर पर एक ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया गया है, जो एकीकृत मल्टीमॉडल सुविधा के रूप में कार्य करता है। यह स्थानीय निवासियों, आगंतुकों और माल के लिए प्रमुख प्रवेश और वितरण बिंदु के रूप में कार्य करता है। यह हब विभिन्न परिवहन मोड्स के बीच आसान इंटरचेंज की सुविधा प्रदान करता है।
अंतर-शहरी (Intra-city) शहरी परिवहन परियोजना:
शहर के मध्य से उत्तर से दक्षिण की ओर एक छह लेन का एक्सप्रेसवे गुजरता है, जो इस महानगर की रीढ़ के रूप में कार्य करता है। यह केंद्रीय सड़क 41 ब्लॉकों की परिधि में चार लेन की सड़कों से जुड़ी है। आगे चलकर यह मार्ग दो लेन की मुख्य सड़कों से विभाजित होता है, जो आवासीय तथा मध्यम से बड़े वाणिज्यिक निर्माणों के लिए आधार प्रदान करती हैं।
इन सभी सड़कों को स्मार्ट एलईडी लाइटों से सुसज्जित किया गया है, जो सौर पैनलों द्वारा संचालित होती हैं, जिससे यह एक पूर्ण रूप से नवीकरणीय और पर्यावरण-अनुकूल व्यवस्था बनती है।
अंतर-नगर (Inter-city) परिवहन पहुँच:
पुराने रायपुर और अटल नगर के बीच प्रभावी संपर्क स्थापित करने के लिए, ANVP ने अटल नगर BRTS सुविधाओं को NH 53 और NH 30 के माध्यम से रायपुर शहर तक विस्तारित किया है। इसके अतिरिक्त, ‘वीआईपी रोड’ नामक चार लेन का राजमार्ग दोनों शहरों को स्वामी विवेकानंद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ता है।
चौराहे (Intersections ):
शहर के प्रत्येक महत्वपूर्ण चौराहे और मोड़ को द्वीप या डायमंड क्रॉसिंग इंटरसेक्शन के माध्यम से व्यवस्थित किया गया है। इस संदर्भ में, मंत्रालय (Mantralaya) का विशेष महत्व है, जहाँ सात द्वीप इस संसदीय खंड को घेरे हुए हैं और पूरे शहर को जोड़ने वाली सड़कों से जुड़ते हैं।
चौराहे वाहन ट्रैफिक के लिए अलग-अलग रास्ते प्रदान करते हैं जिससे जाम-रहित आवागमन संभव हो पाता है, साथ ही पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों के लिए भी सुविधा सुनिश्चित होती है।
अटल नगर और राष्ट्रीय संपर्क:
NH 53 और NH 30, जो क्रमशः शहर के उत्तरी और दक्षिणी सीमा पर स्थित हैं, अटल नगर को भारत के स्वर्णिम चतुर्भुज (दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई) से भली-भांति जोड़ते हैं।
NH 53 के माध्यम से अटल नगर से कोलकाता और मुंबई तक 20 घंटे की यात्रा में पहुँचा जा सकता है, जबकि NH 30 और NH 16 के जरिए चेन्नई और नई दिल्ली की ओर यात्रा की जा सकती है।
चुनौतियाँ और भविष्य की दिशा
हालांकि नया रायपुर की सड़क अवसंरचना अत्याधुनिक है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी सामने आई हैं। स्थानीय निवासियों ने सार्वजनिक परिवहन की सीमित पहुंच, बस स्टॉप्स की कमी और रात के समय परिवहन सेवाओं की अनुपलब्धता जैसी समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है। इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी और कचरा प्रबंधन से संबंधित मुद्दे भी सामने आए हैं।
निष्कर्ष
नया रायपुर की सड़क अवसंरचना इसे भारत के सबसे आधुनिक और योजनाबद्ध शहरों में से एक बनाती है। यहाँ की चौड़ी सड़कें, एक्सप्रेसवे, BRTS, और स्मार्ट सिटी सुविधाएं इसे एक आदर्श शहरी मॉडल बनाती हैं। हालांकि, सार्वजनिक परिवहन की पहुंच और नागरिक सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता है, ताकि यह शहर वास्तव में एक स्मार्ट और समावेशी शहर बन सके।Traffic Infra Tech