नवा रायपुर अटल नगर: एक सुनियोजित विकास की ओर अग्रसर

नवा रायपुर अटल नगर: एक सुनियोजित विकास की ओर अग्रसर

छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर अटल नगर, भारत के प्रथम सुनियोजित, स्मार्ट और हरित शहर के रूप में उभर रहा है। इसका विकास एक व्यापक “नवा रायपुर अटल नगर विकास योजना 2031” के तहत किया जा रहा है, जिसका लक्ष्य इसे आर्थिक, वित्तीय और तकनीकी विकास का केंद्र बनाना है, साथ ही इसे देश के अन्य एकीकृत शहरों के लिए एक अनुकरणीय मॉडल के रूप में स्थापित करना है।

विकास योजना 2031 की मुख्य बातें:

यह महा योजना शहर के विकास की मार्गदर्शिका है, जिसमें भूमि उपयोग, अधोसंरचना विकास और चरणबद्ध कार्यान्वयन का विस्तृत विवरण शामिल है। इसका उद्देश्य 2031 तक लगभग 5.6 से 6 लाख निवासियों को आवास प्रदान करना है।

भूमि उपयोग की योजना:

नवा रायपुर का कुल योजना क्षेत्र लगभग 8013 हेक्टेयर (प्लानिंग लेयर I) है, जो एक बड़े एनआरडीए योजना क्षेत्र (237 वर्ग किलोमीटर से अधिक) का हिस्सा है। शहर के भूमि उपयोग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा (लगभग आधा) वनीकरण, सड़कों, पार्कों, सार्वजनिक सुविधाओं, जल निकायों और हरित क्षेत्रों के लिए समर्पित है।

मुख्य भूमि उपयोग श्रेणियां इस प्रकार हैं:

  • आवासीय क्षेत्र: कुल भूमि का लगभग 26%। इसमें विभिन्न आय वर्गों के लिए प्लॉटेड और फ्लैटेड विकास शामिल हैं।
  • वाणिज्यिक क्षेत्र: केंद्रीय व्यापार जिला (CBD), वाणिज्यिक परिसर और होटल के लिए लगभग 2-3%।
  • औद्योगिक क्षेत्र: हल्के और सेवा उद्योगों के लिए लगभग 2.4%।
  • सार्वजनिक और अर्ध-सार्वजनिक उपयोग: सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए।
  • मनोरंजन और हरित क्षेत्र: शहर के चारों ओर 500 मीटर का हरित पट्टी, पार्कों, जल निकायों के आसपास बफर जोन और 5% मनोरंजक खुले स्थान शामिल हैं।
  • परिवहन क्षेत्र: सड़कों, बीआरटीएस कॉरिडोर और रेलवे नेटवर्क के लिए।

स्मार्ट सिटी सुविधाएँ और अधोसंरचना:

नवा रायपुर को एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख सुविधाएँ शामिल हैं:

  • स्मार्ट लाइटिंग: ऊर्जा की बचत और निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए एलईडी लाइट्स।
  • 24/7 जलापूर्ति: सभी निवासियों के लिए चौबीसों घंटे पानी की उपलब्धता।
  • अत्याधुनिक जल निकासी प्रणाली: जलभराव को रोकने के लिए।
  • अन्य स्मार्ट सुविधाएँ: भूमिगत बिजली के तार, सीवेज उपचार संयंत्र, चौड़ी सड़कें, वाई-फाई कनेक्टिविटी और घरों तक पाइपलाइन से एलपीजी की आपूर्ति।
  • बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (BRTS): रायपुर शहर और नवा रायपुर के भीतर बेहतर कनेक्टिविटी के लिए।
  • साइकिल ट्रैक और पैदल यात्री मार्ग: हरित परिवहन को बढ़ावा देने के लिए।
  • प्रस्तावित रेलवे नेटवर्क: मौजूदा मुंबई मार्ग से जोड़ने की योजना।

प्रमुख परियोजनाएँ और क्षेत्र:

शहर में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ और विशेष क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं:

  • शासकीय परिसर: मंत्रालय, विधानसभा भवन और अन्य सरकारी कार्यालय।
  • सांस्कृतिक केंद्र: संग्रहालय, कला दीर्घा, पुस्तकालय और कन्वेंशन सेंटर।
  • सिटी सेंटर: शॉपिंग मॉल, वाणिज्यिक कार्यालय और मनोरंजन के साधन।
  • शैक्षणिक और संस्थागत परिसर: विश्वविद्यालय, अनुसंधान केंद्र।
  • सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क और व्यापार केंद्र।
  • सेंट्रल पार्क, बॉटनिकल गार्डन, नंदनवन जंगल सफारी, थीम पार्क, एकीकृत खेल परिसर और गोल्फ कोर्स।
  • नॉलेज पार्क: ज्ञान आधारित उद्योगों और अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए।
  • शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम।
  • पुरखौती मुक्तांगन: छत्तीसगढ़ की समृद्ध विरासत को दर्शाता एक ओपन-एयर संग्रहालय।
  • श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल: विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा।

चरणबद्ध विकास:

शहर का विकास 2031 तक 25 वर्षों की अवधि में तीन मुख्य चरणों में किया जा रहा है:

  • प्रथम चरण (2011 तक, लक्षित जनसंख्या 1.5 लाख): कैपिटल कॉम्प्लेक्स, सरकारी कार्यालय और आवास, मनोरंजक गतिविधियाँ (रिसॉर्ट, फिल्म सिटी, बॉटनिकल पार्क), परिवहन लॉजिस्टिक हब, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क का हिस्सा, होटल कॉम्प्लेक्स और सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र का विकास।
  • द्वितीय चरण (2021 तक, लक्षित जनसंख्या 3.65 लाख): अधोसंरचना और आवासीय क्षेत्रों का विस्तार।
  • तृतीय चरण (2031 तक, लक्षित जनसंख्या 5.6 लाख): शेष आवासीय क्षेत्रों, हल्के उद्योगों, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क और सरकारी कार्यालयों का विकास।

ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD):

शहर के एक बड़े क्षेत्र (लगभग 436 हेक्टेयर) को ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट ज़ोन के रूप में घोषित किया गया है, जहाँ परिवहन स्टेशनों के आसपास विकास को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष नियम लागू होंगे।

नवा रायपुर अटल नगर की विकास योजना एक दूरदर्शी पहल है जो न केवल छत्तीसगढ़ के लिए बल्कि पूरे भारत के शहरी विकास के लिए एक नया मानक स्थापित कर रही है। इसका उद्देश्य एक ऐसा शहर बनाना है जो टिकाऊ, पर्यावरण के अनुकूल, आर्थिक रूप से जीवंत और निवासियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाला जीवन प्रदान करे।

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