नया रायपुर – सपनों का अधूरा शहर

नया रायपुर, जिसे अब ‘नवा रायपुर अटल नगर’ के नाम से जाना जाता है, छत्तीसगढ़ की योजनाबद्ध राजधानी है। हालांकि इसे भविष्य का स्मार्ट शहर बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं, लेकिन वर्तमान में यह शहर कुछ महत्वपूर्ण समस्याओं का सामना कर रहा है।NPG News


1. अधूरी परियोजनाएं और धीमी प्रगति

नवा रायपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए कई परियोजनाएं शुरू की गई थीं, लेकिन उनकी प्रगति अपेक्षित नहीं रही है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, बिलासपुर ने स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में रायपुर और नवा रायपुर की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। बिलासपुर में 103 में से 72 प्रतिशत कार्य पूरे हो चुके हैं, जबकि रायपुर और नवा रायपुर में कई परियोजनाएं अभी भी अधूरी हैं। Dainik Bhaskar


2. बुनियादी सुविधाओं की कमी

नवा रायपुर में बुनियादी सुविधाओं की कमी एक बड़ी समस्या है। पीने के पानी की ज्यादा शुल्क , खराब सुरक्षाऔर स्वास्थ्य सेवाओं की कमी जैसी समस्याएं हैं|


3. पेयजल आपूर्ति की चुनौती

नवा रायपुर में भविष्य की जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार ने 109 करोड़ रुपये की लागत से 16 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने की योजना बनाई है। यह पाइपलाइन कोड़ापार से थनौद टीला एनीकट तक जाएगी, जिससे पानी की आपूर्ति में सुधार होगा। हालांकि, परियोजना के पूर्ण होने तक, वर्तमान में नागरिकों को पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है। NPG News


4. प्रशासनिक और विकासात्मक असंतुलन

नवा रायपुर में विकास कार्यों की धीमी गति और अधूरी परियोजनाएं प्रशासनिक असंतुलन को दर्शाती हैं। इसके अलावा, रायपुर के पुराने हिस्सों में बुनियादी सुविधाओं की कमी और नवा रायपुर में सुविधाओं की अधिकता के कारण विकासात्मक असंतुलन उत्पन्न हो गया है।


निष्कर्ष

नवा रायपुर को एक आदर्श और स्मार्ट शहर बनाने की दिशा में कई प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन वर्तमान में यह शहर अधूरी परियोजनाओं, बुनियादी सुविधाओं की कमी और प्रशासनिक असंतुलन जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। इन समस्याओं के समाधान के लिए सरकार को त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि नवा रायपुर वास्तव में एक आदर्श राजधानी बन सके।

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